Me Shayeri Q Likhti Hoon Ye Mujhe Nahi Pata,Magar Shayeri K Maadyam Se Me Aap Sabhi Ko Kuch Mehsus Kerana Chahti Hoon,Jaise Prem - Pira - Pehchaan Or Parichay,Jab Tanhai Me Apne Under Ki Aatmaa Ko Mehsus Karti Hoon,Tab Anubhurtiyaan Ek Dard Sa Man Hi Man Me Sisakta Rehta Hai,Jise Maine Apne Dill Se Anubhurti Kar Shayeri K Maadhyam Se Kavita K Zariye Logon Tak Pahunchaane Ki Koshish Ki Hai,Shayeri Likhna Koi Mazaak Nahi,Dill Se Shayeri Likhte Waqt Aansu Aa Jaate Hai...
~ ~ Sadah Bahar ~ ~
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Thursday 21 June 2012


............भवरों की ज़िन्दगी ..................


 हर बेहेतरीन श्रृंखला में रहेके कलि भवरों से मुस्कुराई
 भवरों ने गुंजन सुनाई , सुमन हंसा चमन मुस्कुराई
 फूलों का मीठा रस पिने भवरें जब उछल कूद मचाएं
 तब फूलों ने अपने पंख फेहेराया और एक खुशबू के साथ
 रस की लोभी मधु मक्खी को खूब रस पिलाई
 फूलों के पंखुड़ियों को करती चुम्बन भवरें और रंगबिरंगी तितलियाँ
 पराख को लपेटे अपने बदन में खूब रगीन मज़ा लुटाते रही
 एक फूल से दुसरे फूल को सदा जगाते रही
 वायु के लेहेरों ने खूब मचाया शोर
 भवरें गुंजन के साथ भाग खड़े हुए
 सुमन हंसा चमन मुस्कुराई
 सदा जीवन रहे इन कलियों का भवरों के साथ
 इसी का नाम है ज़िन्दगी

 ..........सदा बहार ..........................

अनस्पर्शी होंट


 मेरी कल्पना है,
 मेरी अनस्पर्शी होंटों को 
 तुम्हारे होटों का स्पर्श चाहिए , 
 तुम छू लो धीरे से अपनी आँखें बंद कर के ,
 जैसे की तुम मधु मक्खी हो, 
 हो जाओ तुम मदहोश, 
 मेरी होटो के स्पर्श से ,
 बेला और चंपा के सुगन्ध से, 
 घुमते ही रहो मेरे होटो के चारों ओर, 
 खींचे चले आओ तुम मक़नातीस की तरह ,
 सदा बहारों में लहेराकर ही सही ,
 पहुँच जाओ तुम प्रफ्फुल्लित होकर ,
 कर दो अपना आभास, 
 मेरी होंटों के स्पर्श का एहेसास,
 गुण - गुणाती गुणजन से गुजर कर ,
 प्रकट कर दो ये सच्चा प्यार होटो का ,
 होटो को कर लो शहद की तरह अनवरत स्पर्शी ,
 तुम सुध - बुध खो दो इस तरह ,
 और छू लो धीरे से आकर,
 मेरी अनस्पर्शी होटो को !!
 और अनवरत मधुर चुम्बन तुम मुझेसे ऐसे ही ले लो । 

~ ~ सदा बहार ~ ~ 

टूटकर बिखर गई


 तुम्हारे इश्क ने ही मुझे रुला दिया ,
 तुम पर इस कदर मरती हूँ में , 
तुमने ही मुझे भुला दिया ,
 में तो तुम्हारे यादों में ही जी लुंगी ,
 दूर होकर भी हर दम में ,
तुम्हारे साथ रहूंगी धड़कन बनकर ,
 मगर तुमने तो यादों में ही ज़हर मिला दिया ,
 क्या कसूर था क्या , 
ज़ुल्म किया था मैंने ,
 जो मेरे निः स्वार्थ प्रेम , 
और चाहत को पागल करार दे दिया तुमने ,
 इस तरह पत्थर फेका तुमने जान बुझकर मुझपर , 
 की में कांच के तरह टूटकर बिखर गई ,
 इतना बड़ा सज़ा दे दिया तुमने ,
 कोई बात नहीं कितना भी दर्द ,
और जख्म मिले मुझे , 
उफ़ न करुँगी में कभी ,
 जितना मुझसे नफरत करोगे तुम उतना ही ,
 मेरी चाहत का सिलसिला और बढता चला जायेगा ,
 हर जख्म को अपने दिल में छुपा के ,
गीतों में पिरो लुंगी ,
 ज़िन्दगी भर याद रखूंगी फिर भी ,
साथ न छोडूंगी कभी तुम्हारा ,
 मरते दम तक रखूंगी में तुमको अपने दिल में बसाकर ,
 तुम पर मरती हूँ में , तुमने ही मुझे भुला दिया ,
 में तो तुम्हारे यादों में ही जी लुंगी ,
 लेकिन तुम्हारे इश्क ने ही मुझे रुला दिया ।

 ~ ~ सदा बहार ~ ~ 

ज़िन्दगी इतेफाक है


 इतेफाक से हम मिले थे ,
 इतेफाक से उन्हें हम पसंद आये ,
 इतेफाक से हम एक दूजे के बने ,
 मेरे ख्वाबों में आना उनका कसूर था ,
 उनको हमारा समझ लेना हमारा कसूर था ,
 हमारी दोस्ती अब इतेफाक नहीं है ,
 हकीकत कहो तो उनको ख्वाब लगता है ,
 शिकवा करो तो उनको मज़ाक लगता है ,
 कितनी शिद्दत से उन्हें चाहते हैं हम ,
 ज़िन्दगी की खूबसूरत हकीकत है ये ,
 और एक वो है जिन्हें ये सब इतेफाक लगता है ,
 कितना सुकून मिलता था ,
जब उनसे हमारी बात होती थी ,
 हज़ार रातों में वो एक रात होती थी , 
 निगाह उठा के देखते थे जब वो मेरी तस्वीर को , 
 तब मुझे उनके प्यार का एहेसास हो जाता था ,
 वो एक निगाह ही मेरी कयानत लाती थी ।

~ ~ सदा बहार ~ ~ 

All Friends...
 Small Line For You All

 Everyone Says 
 How Are You

 But I Say... 

 No one is mine ,
 May be Im not fine ,

 No one cares for me ,
 No one has tears for me ,

No one belives me ,
 Everyone says leave me ,

 If I ever cry ,
 No one will even ask why ?

 and If I ever die ,
 No one will cry,

 No one says take care ,
 Everyone says I dont care , 

 When I need someone for myself ,
 I find no one for help ,

 I dont know why ? 
 Maybe talking to me they feel shy..!!

 No one is mine ,
 Maybe I m not fine. .. :-|

 But I Really Miss 
 My All Friends Alot 

 ~ ~ Sadah Bahar ~ ~

तुम्हारा वो आवाज़


 तुम्हारे आवाज़ और आँखों के सिवा ,
इस दुनिया में और कुछ भी नहीं रखा है ,
 मेरी ये आँखें ,
सुबह तुम्हारे चेहरे को देखकर ही खुलती है ,
 न जाने तुम्हारे आँखों में ऐसा क्या जादू है ,
 जिसे देख कर मेरा मन ,
मोहित हो जाता है ,
और में खिचे चली जा रही हूँ तुम्हारे पास ,
 तुम्हारे होंटों की मुस्कान ,
और तुम्हारा चेहरा मुझसे कुछ कहना चाहता है ? 
 तुम्हारा वो आवाज़ , 
तुम्हारा वो अंदाज़ , 
मेरे तन मन में समाये हुए है ,
 अपने ही मेहेरूम को ,
एक आवाज़ के लिए क्यूँ सताते हो ?
 यूँ ही तो तुम मुझसे दूर रहकर भी ,
दूरियां और फासलें बड़ा रहे हो ,
 एक वही तो आवाज़ था जो तुम्हे ,
मेरे नज़दीक ले आता था ,
 अब तुम उस आवाज़ को मुझसे क्यूँ दूर कर रहे हो ?
 वो आवाज़ ही तो मुझे तन्हाइ ,
और गम में साथ दिया करता था !
 अब तक वही तुम्हारा आवाज़ ,
मेरी जिंदगानी और दर्द का दावा था ,
 हर वक़्त जिसे तुम्हारा ख्याल हो उसे क्यूँ एक आवाज़ के लिए तड़पाकर दूर कर रहे हो ?
 मैंने तो तुमसे एक आवाज़ के सिवा और कुछ नहीं माँगा था , फिर क्यूँ तुमने ऐसा किया ,
 आखिर तुम्हारे अन्दर ,
ऐसा क्या कश्म कश चल रहा है ? 
 जो तुम मुझसे अपनी वो आवाज़ भी छीन लिए हो ?
 आखिर क्या वजह है ? 

 ~ ~ सदा बहार ~ ~

पहली बरसात की बहार / Pehli Barsaat Ki Bahar


 दोस्तों बहुत दिनों से आप सभी को ,
बारिश के मौसम का इंतज़ार था, 
 लो आज वो वक़्त आ गई है मौसम की ,
और पुरी हो गई आप सभी की ख्वाइश , 
 थोड़ा सा भीग लीजिये दोस्तों इस बहार के मौसम में , 
 सुबह की सुनहरी यादों की पहली बरसात लिए ,
 आई है मौसम घटा बारिश की बुँदे लिए , 
बरखा रानी बौछार के साथ आप सभी के संग ,
 चमकती बीजली , 
गरजती बाद्लें , 
खूब डराती बहारों की रानी ,
 रिमझिम बरसे बरखा रानी , 
भीगे मौसम की भीगी सी सुहानी ,
 भीगी सी याद और भूली हुई बात , 
कुछ अंदाज़ा दिलाये इस तरह ,
 बेसन की रोटी , 
निम्बू का आचार ,
अदरक की चाय और मिटटी की सोंधी खुशबु ,
 सावन की भूली हुई वक़्त ,
आप सभी को होश उड़ाने आई है ,
 अपनों का प्यार , 
वो बिता हुआ साथ ,
 दुआओं की सौगात लिए , 
दिल की गहराई से ,
 सावन की रानी बरखा , 
और किसी का इंतज़ार कर रही है ,
 मुबारक हो आप सभी को ,
पहली बरसात ,
 बारिश की बहार ।

~ ~ सदा बहार ~ ~ 

 doston bahut dinon se aap sabhi ko baarish ke mausam ka intezaar tha ,
 lo aaj wo waqt aa gai hai mausam ki or puri ho gai aap sabhi ki khwaaish ,
 thoda sa bheeg lijiye ,
doston is bahar ke mausam me ,
 subah ki sunhari yaadon ki ,
pehli barsaat liye , 
 aai hai mausam ghata ,
baarish ki bunde liye ,
 barkha raani bauchaar ke ,
saath aap sabhi ke sang ,
 chamakti bijli , garajti baadlein , khoob daraati bahaaron ki raani ,
 rimjhim barse barkha raani , bhige mausam ki bhigi si suhaani , 
 bhighi si yaad or bhuli hui baat , kuch andaaza liye is tarah ,
 besan ki roti , nimbu ka aachaar , adrak ki chaye or mitti ki sondhi khushbu ,
 saavan ki bhuli hui waqt aap sabhi ko hosh udaane aai hai ,
 apnon ka pyaar , wo bita hua saath , 
 duaaon ki saugaat liye , dill ki geheraai se ,
 saavan ki raani barkha , or kisi ka intezaar kar rahi hai ,
 mubaarak ho aap sabhi ko pehli barsaat ,
 baarish ki bahar.

हाथों की लकीरें


दोस्ती में प्यार की मिठास रहे,
 कभी न मिटने वाला एहसास रहे,दोस्ती में
 कहने को तो छोटी सी है ये ज़िन्दगी,
 लम्बी हो जाएगी,अगर आप जैसे 
 प्यारे दोस्त का साथ रहें दोस्ती में.
 सुना है असर होता है जज्बातों में.
 गहरे रिश्ते बन जाते हैं मुलाकातों में.
 आप हमें दूर करोगे कैसे ऐ दोस्त ,
 एक अच्छी दोस्ती की लकीरें
 हैं मेरी इन हाथों में.

~ ~ सदा बहार ~ ~ 

ए मेरे खुदा


 ए मेरे खुदा ऐसा कोई करिश्मा हो जाए ,
 के हर दुआ मेरी भी आज कुबूल हो जाए ,
 ए जानम अब मिलन की घडी आ जाये ,
 के जी खुश हो औ आँखें मेरी भर आये ,
 इन अश्क-ए-ग़मों का खात्मा अब हो जाए ,
 तेरी लुत्फ़ ए निगाहें हमपे भी हो जाये ,
 मेरी वफ़ा से वो पत्थर भी पिघल जाए और ,
 सदा मिलने को वो संगदिल भी बेचैन हो जाए |

~ ~ सदा बहार ~ ~ 

बेवफा


अश्कों से नहीं बुझते शोले दर्द - ए -प्यार के ,
मौत भली इस लम्बे इंतजार से ,
मरते हैं रोज़ बिना दीदार -ए -यार के ,
तन्हाई अच्छी थी उस बेवफा के प्यार से |

~ ~ सदा बहार ~ ~ 

Aankhon


Mere Aankhon ko ,
Ek Moorat Dikhai Deta Hai ,
Khuli Hui Aankhein Ya Band Palkon Se Tera Soorat Dikhai Deta Hai ,
Her Waqt Doobi Rehti Hoon ,
Tere khayalon Mein ,
Pukarta koi Aur Hai, 
Aawaz Tera Sunai Deta Hai

~ ~ S​adah Bahar ~ ~ 

Tara / तारा


 Waqt Badal Jayega ,
Or Badal Jayenge Aap ,
 Par Kabhi Nahi Badlegi ,
Ye Sadah Bahar , 
 Sang Mere Hamesha Rahegi , 
 Aapke Hasin Palon Ki Yaadein ,
 Jab Aapse Door Hum Aasmaan Par ,
 Chale Jayenge Taare Bankar ,
 Har Ek Taare Me Aapko ,
Hum Nazar Aayenge ,
 Tab Aap Roz Hume Yaad Karna ,
 Or Koi Achha Sa Wish Karna ,
 Aapke Wish Ko Hum ,
Pura Karne Ke Liye ,
 Turant Aasmaan Se ,
Tara Bankar Gir Jayenge ,
 Sadah Khush Rahiyega ,
Yahi Dua Hai Humaari !!

 ~ ~ Sadah Bahar ~ ~ 

 वक़्त बदल जायेगा और बदल जायेंगे आप ,
 पर कभी नहीं बदलेगी ये सदा बहार , 
 संग मेरे हमेशा रहेगी , 
 आपके हसीं पलों की यादें ,
 जब आपसे दूर हम आसमान पर ,
 चले जायेंगे तारे बनकर ,
 हर एक तारे में आपको हम नज़र आयेंगे ,
 तब आप रोज़ हमे याद करना ,
 और कोई अच्छा सा विश करना ,
 आपके विश को हम पूरा करने के लिए ,
 तुरंत आसमान से तारा बनकर गिर जायेंगे ,
 सदा खुश रहिएगा यही दुआ है हमारी !!

 ~ ~ सदा बहार ~ ~

आपके लिए / Aapke Liye


अपनी दुनिया को स्वच्छ , 
हरित और सदा बहार रखें ,
पेड़ों को काटने से बचाए , 
पर्यावरण को बचाए ,
स्वच्छ , हरित और सदा बहार ,
अपने शहर को बनाए रखिये ,
विश्व पर्यावरण दिवस की हार्दिक सुभकामनायें !!


 बहारों के सुर्ख गुलाबों की खुशबू सदा आपकी हुई ,
 ये नज़ारे ये हवाएं ये फिजायें आपकी हुई , 
 बरखा मौसम की हर एक अदा आपकी हुई , 
 मेरे दिल ने चाहा कुछ ख़ास तौफा आपके लिए ,
 मेरे दिल से निकलने वाली हर दुआ आपकी हुई , 
 ऐ खुदा ! मेरे मेहेबूब की दुआ अपने पास रखना, 
 एक अमानत समझकर सही सलामत , 
 सारे दुनिया की ख़ुशी मेरे मेहेबूब के नाम कर देना ,
 ऐ खुदा ! मुझपर तू इतना रहेम कर ,
 मेरी आँखों की नूर , मेरे दिल के धड़कन को ,
 उनके हर ख्वाइश को उनके खवाबों में सजा देना , 
 यही ख्वाइश है मेरी !! 

Apni Duniyaan Ko Swach , 
Harit Or Sadah Bahar Rakhein ,
Pedon Ko Kaatne Se Bachaaye , 
Paryavaran Ko Bachaaye ,
Sawach , Harit Or Sadah Bahar ,
Apne Sheher Ko Banaaye Rakhiye , 
Vishva Paryavaran Divas Ki Hardik Subhkaamnaaye !!


 Baharon Ke Surkh Gulaabon Ki Khushboo Sadah Aapki Hui , 
 Ye Nazaare Ye Havaayein Ye Fizaayein Aapki Hui , 
 Barkha Mausam Ki ,
Har Ek Ada Aapki Hui , 
 Mere Dill Ne Chaha ,
Kuch Khaas Taufa Aapke Liye ,
 Mere Dill Se Nikalne Waali ,
Har Dua Aapki Hui ,
 Ae Khuda ! Mere Meheboob Ki Dua Apne Paas Rakhna , 
 Ek Amaanat ,
Samajhkar Sahi Salaamat ,
 Saare Duniyaan Ki Khushi Mere Meheboob Ke Naam Kar Dena ,
 Ae Khuda ! 
Mujhpar Tu Itna Rehem Kar ,
 Meri Aankhon Ki Noor , 
Mere Dill Ke Dhadakan Ko ,
 Unke Har Khwaaish Ko Unke Khwaabon Me Saja Dena , 
 Yahi Khwaaish Hai Meri !!

~ ~ Sadah Bahar ~ ~ 

यकीन


 मुस्कराहट देकर कोई गम दे जाये तो क्या करें, 
 कोई वफ़ा लेकर दर्द दे जाए तो क्या करें ,
 कैसे बचाऊँ अपनी ज़िन्दगी को , 
 जिसके प्यार के खातिर ,
 दर्द का भी एहेसास न था ,
 अब घुट घुट के मर रही हूँ इसी दर्द में , 
 कोई हमदर्द बनकर यकीन दिलाकर ,
छुप जाये तो क्या करें ,
 दर्द ही दर्द में जी रही हु में अबतक ,
 वो कहते है ज्यादा अश्क बहाने वाले खतरनाक होते है ,
 बेवजह दर्द देकर रुला जाने वाले को ,
क्या नाम दूँ पता नहीं ?

~ ~ सदा बहार ~ ~

Z​indagi Ka Waqt / ज़ि​न्दगी का वक़्त


 Ae Zindagi , 
Tumhen bhool jaun ,
ye mujhse hota nahi ,
 Waqt pass hone se bhi , mera dard kam hota nahi ,
 Waqt ke saath milkar , 
tumhaare pyaar ko ,
badnam karna nahi ,
 Main ro ro kar , 
daman bhigaati nahi ,
 Tumhaare dard or gum me , 
me kabhi soti nahi ,
 Waqt nikal jaata hai , 
par tumhaare yaad me ,
bhukh lagti nahi ,
 Door Rehkar Bhi humne , 
Dooriyaan Banaai Nahi ,
 Ye wo fasal hai , 
jo uge khud - ba - khud , 
kisi ne ugaaya nahi ,
 Tumne waqt ke saath milkar , dooriyaan or faasla ,
bana rakha hai , 
par humne nahi ,
 Teri yaadon ko ,
waqt ke saath milkar ,
beeta dete hai hum ,
par tumhe dekha nahi ,
 Koi jaanbujhkar ,
pyaar karne wala hi , 
dard ka beej bouta hai , 
par hum nahi ,
 Ye mana hai ki , 
tufan / waqt ka zor hai , 
par tumhe meri parvaah nahi ,
 Main ghabara ke ,
kashti dubaati nahi.

...........................................................

 ऐ ज़िन्दगी , 
तुम्हें भूल जाऊं ,
ये मुझसे होता नहीं ,
 वक़्त पास होने से भी , 
मेरा दर्द कम होता नहीं ,
 वक़्त के साथ मिलकर , 
तुम्हारे प्यार को ,
बदनाम करना नहीं ,
 मैं रो रो कर , 
दामन भिगाती नहीं ,
 तुम्हारे दर्द और गम में , 
मैं कभी सोती नहीं ,
 वक़्त निकल जाता है , 
पर तुम्हारे याद में ,
भूख लगती नहीं ,
 दूर रहकर भी हमने , 
दूरियां बनाई नहीं ,
 ये वो फसल है , 
जो उगे खुद - बा - खुद , 
किसी ने उगाया नहीं ,
 तुमने वक़्त के साथ मिलकर ,
 दूरियां और फासला बना रखा है , 
पर हमने नहीं ,
 तेरी यादों को ,
वक़्त के साथ मिलकर , 
बीता देते है हम , 
पर तुम्हे देखा नहीं ,
 कोई जानबूझकर ,
प्यार करने वाला ही , 
दर्द का बीज बौता है , 
पर हम नहीं ,
 ये माना है की , 
तूफ़ान / वक़्त का जोर है , 
पर तुम्हे मेरी परवाह नहीं ,
 मैं घबरा के कश्ती दुबाती नहीं ।

~ ~ सदा बहार ~ ~

मेरे अंत होने से मुझे बचाओ


 आप सभी को ये शायद पता है ,
 मेरा जन्म कहा से है ,
 में तो पृथ्वी के एक भाग स्थल के निचे ,
 दलदल और कीचड़ अवस्था में मिली हूँ इंसान को ,
 आज ये इंसान मुझे ,
 बड़े बड़े मशीन लगाकर ,
 मुझे फिल्टर करते है और ,
 पेट्रोल नाम देकर मुझे एक एक बूंद निकालकर बर्बाद कर दिया ,
 बड़े बड़े टैंकरों से मुझे ,
 एक्सपोर्ट - इम्पोर्ट करते है देश - विदेशों में ,
 और मुझे कैद कर के रखते है ,
 बड़े - बड़े टैंकर'स के अन्दर ,
 मेरे कई रूप है जैसे :


 १) लो सल्फर फिउल ओएल ,
 २) हाई सल्फर गैस ओएल ,
 ३) ल्यूब ओएल बेस स्टॉक ,
 ४) फ़ूड ग्रेड हेक्सेन ,
 ५) फिउल ओएल , 
 ६) पैक्ड बिटूमन ,
 ७) गैस ओएल , 
 ८) एल पी जी , 
 ९) गसोलिन ,
 १०) केरोसिन , 
 ११) नाफ्था ,
 १२) डीज़ल , 
 आदि !


 आजकल मुझे पेहेचान्ना बहुत ही आसान हो गया है ,
 मुझे लोग जिस तरह से इस्तेमाल करते है ,
 लोगो को मेरे प्रति कोई दया माया नहीं है ,
 न कोई मेरी इज्ज़त और नाही कोई शोहरत है ,
 दिन - प्रतिदिन मेरा जीवन ,
 घटता चला जा रहा है आप मनुष्य के कारान ,
 पढ़े लिखे लोग भी मुझे नहीं समझते ,
 मनुष्य के महेनत से में बाहर आई हूँ ,
 फिर भी मनुष्य मुझे कोई मेहेत्व नहीं देता ,
 मुझे जिस तरह से घर - घर में मनष्य प्रयोग कर रहे है,
 ये एक महा विनाश मेरे जीवन के अंत के लिए है ,
 आप मनुष्य ने मुझे जीवीत किया था ,
 और अब क्या आप मनुष्य ही मेरे अंत के पीछे पड़े है ?
 क्या यही है आप लोगों का मनुष्यता ??
 आप मनुष्य ही खुद अपनी बर्बादी के पीछे पड़े है ,
 फिर किसी भी सरकार को क्यूँ दोष देते है ?
 की मेरी कीमत ७ रुपे क्यूँ बड़ाई गई है ?
 दिन - प्रतिदिन आप मनुष्य की संख्या बड़ती चली जा रही है ,
 और में कुदरती चीज़ जो आप मनुष्य के प्रदुषण के कारण ,
 घुट - घुट के मरते ही चली जा रही हूँ ,
 क्या आप मनुष्यों ने मेरे जीवीत रहेने की भी सोची है ?
 मुझे तो यूँ ही आप मनुष्य धुएं में और मौज - मस्ती में उड़ा रहे है , 
 क्या आपके सरकार मेरी कीमत कम करेंगे तो ,
 क्या आप मुझे बर्बाद करने से रोखेंगे ?
 नहीं रोख सकते , बल्कि आप और ज्यादा मुझे बर्बाद करेंगे !
 आज आप कई कड़ोड़ों मनुष्यों ने हड़ताल करके ,
 मुझे एक दिन का जीवन दान दिया है ,
 इसके लिए धन्यवाद आपके सरकार को ,
 अगर आपके सरकार मेरी रेट नहीं बढ़ाते तो ,
 आप मुझे आज एक दिन का जीवन दान नहीं देते !
 एक दिन आएगा जब आप मनुष्य ,
 मेरी एक - एक बूंद के लिए और मुझे जलाने के लिए खूब तरसेंगे ,
 तब आप किसको दोषी ठेहेरायेंगे ?
 सरकार या खुदको ?
 जागो मनुष्य जागो !! मेरे विनाश होने से पहले , 
 वरना खूब देर हो जायेगा !!


 में तुम्हारी शुभचिंतक 
 पेट्रोल रानी !!


 ~ ~ सदा बहार ~ ~ 
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