Me Shayeri Q Likhti Hoon Ye Mujhe Nahi Pata,Magar Shayeri K Maadyam Se Me Aap Sabhi Ko Kuch Mehsus Kerana Chahti Hoon,Jaise Prem - Pira - Pehchaan Or Parichay,Jab Tanhai Me Apne Under Ki Aatmaa Ko Mehsus Karti Hoon,Tab Anubhurtiyaan Ek Dard Sa Man Hi Man Me Sisakta Rehta Hai,Jise Maine Apne Dill Se Anubhurti Kar Shayeri K Maadhyam Se Kavita K Zariye Logon Tak Pahunchaane Ki Koshish Ki Hai,Shayeri Likhna Koi Mazaak Nahi,Dill Se Shayeri Likhte Waqt Aansu Aa Jaate Hai...
~ ~ Sadah Bahar ~ ~
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Wednesday, 26 September 2012

प्यार

प्यार मिलता है अपने किस्मत से ,
हर किसी के किस्मत में वफ़ा नहीं होता ,
जिस दिल में मोहोब्बत रहती है ,
वहाँ नफरत के लिए जगह नहीं होता ।

~ ~ सदा बहार ~ ~ 

एक हसीन



हसीन तो और भी है इस जहाँ मे सदा बहार की ,

पर जब उसने अपना घूंघट खोला,तो बहार आ गयी, 

तो चाँद भी मुझसे शरमा के बोला, 

ये रात की चांदनी है या दिन का शबनम ।




~ ~ सदा बहार ~ ~ 

वो शख्स



आज रोता हुआ एक शख्स बहुत याद आया,



अच्छा गुज़रा हुआ कुछ वक़्त बहुत याद आया,



उनके दिए जख्म और दर्द को सीने में छुपा रखा था,



आज जब दर्द हुआ तो वो शख्स बहुत याद आया !





~ ~ सदा बहार ~ ~ 

इजाजत


एक बार इजाजत दे दो ,

लम्बी आराम करने की ,

ऐसा आराम करूँ की ,

साँसे रुख जाए और ,


एहेसास न हो किसी का ,

अब तो में गयी ,


बरसो से न आराम मिला ,

न कोई चैन मिला ,

जो चैन मिला था ,

वो आज कुछ ही पलों में ,

खुद के ही बेवकूफी ,

के कारण गवा दिया ।


~ ~ सदा बहार ~ ~ 

Tuesday, 25 September 2012

कोई नहीं मरता मरने वाले के साथ


दुनिया में कोई किसी का नहीं होता ,
मरने वाले के साथ कोई नहीं मरता ,
मगर हम मरते वक़्त ,
तेरा द्दर्द और ज़ख़्म साथ लेकर जायेंगे ,
खुदा पूछेंगे क्यूँ आये हो तुम इतना दर्द लेकर ,
तब हम बताएँगे तुम्हारे बारी में ,
की कोई बंद मिला था प्यार करनेवाला ,
जो छोटे छोटे बातों में रूठा करता था ,
और बात बात में मुझसे नाराज़ होकर ,
मुझपर इस तरह से ज़ुल्म किया करता था ,
कहता था की में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ ,
क्या प्यार ऐसा ही होता है ?,
जिसमे बात बात में जखम दिया जाता है ,
दुनियाँवाले साथ दे या न दे ,
हम तो उनका साथ मरने के बाद भी निभायेंगे ,
क्यूंकि मेरा प्यार अटूट है ,
ऐ खुदा मेरे मरते वक़्त ,
उनका नाम मेरे जुबां पर हो !

~ ~ सदा बहार ~ ~ 

याद


ज़िन्दगी के सफ़र को लफ़्ज़ों में रोया है ,

अपनी हर ग़ज़ल को दर्द में भी गाया है ,

प्लीस आज वाह वाह न करना ,

क्यूँकी आज फिर ये दिल किसी के याद में रोया है ।


~ ~ सदा बहार ~ ~ 

दर्द

                

दिल में है जो दर्द वो किसे बताती ?,

हस्ते हुए ये ज़ख़्म कैसे दिखाए ?,


कहती है ये दुनिया हम है खुशनसीब,

मगर इस नसीब की दास्ताँ कैसे बताये ?


~ ~ सदा बहार ~ ~ 

एक लौ हूँ में आग की



वो ....

चेहरा हैं तेरा शबनम सा ,

फूलों की कलियों सा,

जो देखे तुझे ,

तो देखताही रह जाए,

खुदा ने तुझे उस, 

खूबसूरती से नवाज़ा हैं,


शाम ढली रात आई,

दिल धड़का फिर,

तुम्हारी याद आई,

आँखों ने महेसुस किया ,

उस हवा को जो,

तुम्हे छुकर ,

हमारे पास आई,


आग ........

सब तुम्हारे भरम हैं,

ज़िंदगी दर्द के ईलवा,

कुछ भी नहीं है, 

जी लिए है अब तो हम ,

वोह बदनसीब हैं,

अब हो सके तो,

भरम से निकलो तुम ,

मुद्दत थी किसी से,

मिलने की आरजू,

ख्वाहिश - ए- दीदार पर,

सब कुछ गवा दिया हैं,

किसी ने दी खबर की,

वो रात में आयेंगे,

इतना किया उजाला की

दिल तक जला दिया,


अब में एक चिंगारी के सिवा,

कुछ भी नहीं हु ,

जितना जी चाहे,

उतना खँगालो मुझे,


मैं तो एहसास की,

एक लौ हूँ,

जब भी चाहो,

बुझा लो मुझे ,

जब भी चाहो जला लो मुझे,

जिंदगी में जलते रहना ही,

मेरा काम है ,

एक लौ हूँ में आग की ।


~ ~ सदा बहार ~ ~ 

मन का मीत


रीत न जाने ,


प्रीत ना जाने ,



सच्ची भावना से अपना माने ,



फिर देख नजारा'' ऐ दोस्त, 



मिल जाएगा मिल जाएगा ,



सबको मन का मीत ,



मीत मिला न मन का ,



मन का मिला न मीत ,



छोड़ो राग प्यार का ,



गाओ ख़ुशी के गीत ,



किसी मोड़ पर मिल जाएगा ,



गर होगी सच्ची प्रीत ,



हार से मत घबरा प्यारे ,



हार के आगे ही है जीत ,



मिलना है तो मिल जायेगा, 



यही है दुनिया की रीत ,



मिल जाएगा मिल जाएगा ,



सबको मन का मीत ।





~ ~ सदा बहार ~ ~ 

वो आइना हूँ में तेरी


वो आइना हूँ में यारा ,

जिसमे तेरे छुपे हुए अश्क नज़र आता है मुझे ,



अब चाहे तू मुझसे प्यार कर या अपने वजूद से इनकार कर ,



उफ़ न करेंगे हम कभी ,



कितना भी तू नज़र अंदाज़ क्यूँ न कर ,



वो आइना हूँ में तेरी ।




~ ~ सदा बहार ~ ~ 

वादा


हम हवा नहीं जो उड़ जायेंगे ,

हम वक़्त नहीं जो गुज़र जायेंगे ,

हम मौसम नहीं जो बदल जायेंगे ,

हम तो आपकी आँखों के आंसू है ,

जो ख़ुशी और गम दोनो में ही साथ निभायेंगे ।

~ ~ सदा बहार ~ ~ 

प्यार ढाई अक्षर का क्यूँ है ?


जब इंसान दुनिया में बच्चे के रूप में आता है तो , 

पहला प्यार माँ अपने बच्चे से करती है ,

धीरे - धीरे जब वो पढ़ - लिखकर बढ़ा होता है तो ,

दूसरा प्यार अपने प्रमी / प्रेमिका से करता है ,

प्यार शब्द वास्तव में ढाई अक्षर का क्यूँ है ? ,

क्यूँ की इस प्यार का आधा अक्षर माँ ने ,

अपने बच्चे के जन्म लेने से पहले ही ले लिया था ,

इसीलिए प्यार का अक्षर अधुरा है ,

बच्चा शब्द भी अधुरा है क्यूँ की ,

इसमें भी माँ का हिस्सा है ,

दोस्त शब्द को भी माँ ने ले लिया है ,

इतना ही नहीं ,

प्यार से जुड़े हुए जितने भी शब्द है ,

सब ढाई अक्षर के है , 

इसमें मस्ती भी आता है ,

और आगे आप अनुमान लगा सकते है , 

आप सभी मित्रों से निवेदन है की ,

इन ढाई अक्षरों को बराबर दर्जा दिजिए ,

प्यार चाहे कैसा भी हो ,

पहले प्यार को कभी न ठुकराना ,

चाहे वो माँ का प्यार हो ,

या चाहे प्रेमी / प्रेमिका का प्यार ,

प्यार अमूल्य है , 

अतुलनीय है , 

अजर - अमर है , 

एक अटूट बंधन और एक विशवास है ,

इसे अमल करना और संभाल के रखना ,

हम मनुष्यों के वस् की बात नहीं ,

ये तो ऊपर वाले ने हमारे किस्मत में बनाकर भेजा है ,

इस प्यार में बहुत से सुख - दुःख - कष्ट - दर्द - भेद - भाव - 

आचार - विचार - सुन्दरता - भलाई - बुराई - लेन - देन सभी जुड़े होते है ,

जरुरत से ज्यादा प्यार हम मनुष्यों के लिए कष्टदायक होता है ,

और फिर बाद में यही प्यार कष्ट में दवा बनता है ,

सोना - चाँदी , हिरा - मोती से भी अनमोल प्यार है ,

प्यार की कोई परिभाषा नहीं ,

एक अधूरी माँ को यही प्यार माँ बनाती है ,

यही प्यार सभी को हसाता है , रुलाता है , 

जीवन लेता है और जीवन देता भी है ,

यह अतुलनीय प्यार हर किसी के जीवन में धन से ज्यादा जरुरत है , 

एक भूके को भी यही प्यार चाहिए ,

हम पृथ्वी वासियों को यही अजर - अमर प्यार की जरुरत है ,

प्रकृत से जुड़े हर चीज़ या जिव को यही प्यार की जरुरत है ,

यही ढाई अक्षर का प्यार हमारे पृथ्वी का विनाशक भी हो सकता है , 

और यही ढाई अक्षर का प्यार ,

अगर हर किसी को दिल से मिल जाए तो ,

वो एक इतिहास बन सकता है ,

दोस्तों आप सभी से निवेदन है ,

की यह ढाई अक्षर कितना भी भला - बुरा -

कष्टदायक - दुःख - दर्द - कला या गोरा क्यूँ न हो ,

इसे संभाल कर रखियेगा क्यूँ की ये इश्वर की देन है ।


~ ~ सदा बहार ~ ~ 

evoke a reaction,
response, or emotion; 
"this writer strikes a 
chord with young women"; 
"The storyteller touched a chord"

Ageless Body ~ Timeless Mind 

The chords of Life
LIFE IS COLORFUL WORLD 
AND WONDERFUL MAGIC 
vibrate with the same music
as the notes in Heart.
A Resonance spread across
the entire existence of mankind
breathes the Love with which
the very Being throbs !
I lift my body from a thousand
years ..... or may be more ...... ?
Timeless body, Ageless mind ........
What have you tuned me into ?
A mere life was existing on Earth.
And you changed me to something
else !
IT IS SPREADING LIKE A ROOT 
Or is it that I did come across 
my self which 
is but a part of You ?!
So passionate is your Love
for me,
that only amongst the Heavens
THERE IS TOO MUCH LOVE IN THIS ROOT 
THAT IT TAKES ROLE OF 
THOUSANDS OF LIVING THINGS 
can I make my residence........
I smile when I remember what
you told me last in my dreams ......
What , do you wish to be ?
Life or MY LOVE ?!
I blushed and answered ....

Saakshi ~ for the love of God and an ode to TWIN FLAMS ....


.Sadah Bahar........

LiFe iS best painting


A highly successful artist once met me at an award function,

he said that he is a very good artist ,


one day he asked me , may i make your painting, 


while making my painting , he told me one teaching  




LiFe iS JusTIcE PainTinG



"FEELiNG"is a painting never spoil it



"FACE"is a book try to read it



"LOVE" is precious be ready to sacrifice for it



"FRiENDSHiP" is a mirror never"break" it



Dip the Brush with lots of patience & colour with LOVE 



Erase The Errors With FORGIVENESS




...............Sadah Bahar...........................

याद


निकलते हैं आंसू जब मुलाक़ात नहीं होती,


टूट जाता है दिल जब बात नहीं होती,



आप की जान की कसम आप याद न आयें,



ऐसी कोई सुबह ऐसी कोई रात नहीं होती ।



~ ~ सदा बहार ~ ~ 

उमीदों


इन उमीदों को कभी टूटने मत देना,


दिल के प्यार को कम होने मत देना,




शायद लोग मिल जाएँ आपको हमसे भी अच्छे,



पर हमारी जगह किसी और को लेने मत देना,


जी लो खुलके इस पल को मेरे दोस्त,



क्यूंकि जिंदगी ये पलों को फिर से नहीं दोहराएगी...!






~ ~ सदा बहार ~ ~ 
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