इलज़ाम दिया था तुमने हमको बेवफाई का ,
मौका मिला है आज हमको अपनी सफाई का ,
अरे ओ बेवफा , याद आये तेरा तो हम रो पड़े ,
पर चलो तुम्हारे याद ने ये तो सिखा दिया ,
की बेवफाई हमने नहीं तुमने किया था ,
अगर बेवफा हम होते दोस्त ,
तो यूँ न तेरे याद में रोते इस तरह ,
बेवफाई का हद पार कर दिया तुने ,
कभी न था तेरे अन्दर में वफ़ा का झलक ,
बेवफा निकलेगा तू ये कभी न सोचा था ,
किसी और के कारण तुमने मुझे धोखा दिया है ,
जाते जाते इतना तो बता जाओ की तुमने मुझसे बेवफाई क्यूँ किया ,
ऐसी क्या कमी थी मुझमे ?
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You Had Given Me ,
Allegation Of Infidelity ,
Today I Have Got A Chance Of Defending Myself ,
Hey Unfaithful ,
When I Missed You ,
I Had Shed A Tear ,
But Missing You Has Taught Me ,
That Infidelity Was Done By You ,
Not Me ,
If I Was Unfaithful ,
Then I Had Not Wept My Tear ,
Like This Missing You ,
You Have Crossed ,
The Limit Of Infidelity ,
You Never Had ,
The Glimpse Of Dedication ,
I Had Never Expected ,
You As Unfaithful ,
Because Of Somebody Else ,
You Have Betrayed Me ,
While Going Tell Me That ,
Why Have U Betrayed Me ,
what lack did i have in myself ?
~ ~ Sadah Bahar ~ ~
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