फूलों सी नाजुक चीज है दोस्ती ,
सुर्ख गुलाब की महक है दोस्ती ,
सदा बहार खिल खिलाने वाला पल है दोस्ती ,
दुखों के सागर में एक कश्ती है दोस्ती ,
काँटों के दामन में महकता फूल है दोस्ती ,
जिंदगी भर साथ निभाने वाला रिश्ता है दोस्ती ,
रिश्तों की नाजुकता समझाती है दोस्ती ,
रिश्तों में विश्वास दिलाती है दोस्ती ,
तन्हाई में सहारा देती है दोस्ती ,
मझधार में किनारा है दोस्ती ,
जिंदगी भर जीवन में महकती है दोस्ती ,
किसी - किसी के नसीब में ,
सदा बहार के तरह आती है दोस्ती ,
हर खुशी हर गम का सहारा है दोस्ती ,
हर आँख में बसने वाला सदा बहार नजारा है दोस्ती
।
~ ~ सदा बहार ~ ~
सदा बहार खिल खिलाने वाला पल है दोस्ती ,
।
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