दुनिया में कोई किसी का नहीं होता ,
मरने वाले के साथ कोई नहीं मरता ,
मगर हम मरते वक़्त ,
तेरा द्दर्द और ज़ख़्म साथ लेकर जायेंगे ,
खुदा पूछेंगे क्यूँ आये हो तुम इतना दर्द लेकर ,
तब हम बताएँगे तुम्हारे बारी में ,
की कोई बंद मिला था प्यार करनेवाला ,
जो छोटे छोटे बातों में रूठा करता था ,
और बात बात में मुझसे नाराज़ होकर ,
मुझपर इस तरह से ज़ुल्म किया करता था ,
कहता था की में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ ,
क्या प्यार ऐसा ही होता है ?,
जिसमे बात बात में जखम दिया जाता है ,
दुनियाँवाले साथ दे या न दे ,
हम तो उनका साथ मरने के बाद भी निभायेंगे ,
क्यूंकि मेरा प्यार अटूट है ,
ऐ खुदा मेरे मरते वक़्त ,
उनका नाम मेरे जुबां पर हो !
~ ~ सदा बहार ~ ~
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