सुरज को उदय होते तो सबने देखा है,
पर आज की सुबह मैंने सूरज को रोते हुए देखा है।
ऐसी सुबह फिर कभी ना हो।
आज राष्ट्रीय बालिका बचायो वादा दिवस मनाओ।
आइए भारत में हो रही कन्या भ्रूण हत्याओं और बालिकाओं के खिलाफ अन्याय को रोकने और उन्हें एक सशक्त, आदर्श समाज देने का प्रण लें।
क्षुब्द ह्रदय खिन्न है,
मन तो क्या आओ वादा दिवस मनाएं।
महफूज़ रहें यहाँ बिटिया सबकी,
सब जन आज ये शपथ उठायें।
बालिका बचायो वादा करो।
हम सभी भारत वासियों को,
दामिनी के बलिदान को भूलना नहीं होगा।
हम सभी को एकजुट होकर,
दुष्किमयों को सजा दिलाना है।
हे भगवान बेटी तो हर किसी को भी दे देना,
पर अभिषाप किसी को भी मत देना।
बालिका बचायो वादा करो।
सदा बहार
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