अपने बंधन में बाँध ले मुझको,
हर जन्म में बदलते ये रिश्ते ,
जन्म-जन्म का बस तुझसे नाता,
तुझको प्रीत मानू मै तुझको ही सोचू,
तुझको ही मैंने सब कुछ माना,
आ लग जा गले तुझको पुकारे तेरी प्यार,
ऐ,हसींन रात फिर आय न आय,
पर साथ मरी तू रह हरपल,
कभी तुझसे करूँ मै दिल की बातें,
कभी तू भी मुझसे कुछ अपना कह,
दिल की बातें,
अब मुझसे रहा न जाए तेरी,
ऐ दुरिया, अब आजा मेरी प्यार,
तू जहा भी है आके मुझको गले लगा ले यार,
ले चल मुझे अब,तू है जहाँ पे ,
हरदम रहू मै तेरे पास पास,
जहाँ भी रहूँ मैं तुझे देखूं वहाँ पे मै बार बार ,
सदा बहार
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