में बहार थी बिखर गयी ,
में प्यार थी बदल गयी ,
में खुशबु थी फ़ैल गयी ,
में नज़रें थी झुक गयी ,
में स्थिर थी मिट गयी ,
में आवाज़ थी थम गयी ,
में शम्मा थी पिघल गयी ,
में परवानी थी जल गयी ,
में अश्क थी बहे गयी ,
में इश्क थी घूम गयी ,
में दर्द थी सहे गयी ,
में चाँद थी छुप गयी ,
में बादल थी बरस गयी ,
में तूफ़ान थी गुज़र गयी ,
में गुलशन थी बिखर गयी ,
में मोहोब्बत थी गुमसुम रहे गयी ।
~ ~ सदा बहार ~ ~
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